grah 1 3

ss

Sunday 14 May 2017

पालक कचोरी रेसिपी

पालक कचौरी -

एकदम खस्ता, कुरकुरी परत वाली ओर अन्दर मसाला भरी हुई पालक की कचौरी को कभी भी नाश्ते में परोस सकते हैं. इसे चाहे चटनी, सॉस के साथ परोसिये या यूंही चाय के साथ. बच्चों के टिफिन में भी रख सकते हैं और इसे हम यात्रा में अपने साथ भी ले जासकते हैं.

आवश्यक सामग्री -

मैदा - 2 कप (250 ग्राम)
तेल - 1/4 कप ( 60 ग्राम)
पालक प्यूरी - 1/3 कप (200 ग्राम पालक से बनी)
हरी मटर - 1 कप
हरा धनिया - 2-3 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)
जीरा - 1/2 छोटी चम्मच
हींग - 1/2 पिंच
अदरक पेस्ट - 1/2 छोटी चम्मच
हरी मिर्च - -2 (बारीक कटी हुई)
लाल मिर्च पाउडर - 1/4 छोटी चम्मच
अमचूर पाउडर - 1/2 छोटी चम्मच
धनिया पाउडर - 1 छोटी चम्मच
गरम मसाला - 1/4 छोटी चम्मच
सौंफ पाउडर - 1 छोटी चम्मच
नमक - 1 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
तेल - तलने के लिए

विधि -

किसी बड़े प्याले में मैदा निकाल लीजिए इसमें 1/4 कप तेल ½ छोटी चम्मच नमक, पालक प्यूरी डालकर सभी चीजों को अच्छे से मिला लीजिए और थोडा़ सा पानी डालकर नरम आटा गूंथ कर तैयार कर लीजिए. आटे को बहुत ज्यादा मसलना नहीं है. आटा को सिर्फ बाइंड कर लीजिए. आटा गुथ कर तैयार है, आटे को ढककर 15-20 मिनिट के लिए रख दीजिए. आटा सैट होकर तैयार हो जाएगा.

जब तक आटा सैट होकर तैयार होता है, तब तक कचौरी के लिए स्टफिंग बनाकर तैयार कर लीजिए.

स्टफिंग के लिए मटर के दानों को मिक्सर जार में डालकर दरदरा पीस कर तैयार कर लीजिए. पैन में 2 टेबल स्पून तेल डालकर गरम कीजिए, तेल गरम होने पर जीरा डाल कर भूनें. जीरा भूनने पर इसमें हींग, धनिया पाउडर , हरी मिर्च और अदरक का पेस्ट डालकर थोडा़ सा भून लीजिए. मसाला भून जाने पर इसमें दरदरे पीसे हुए मटर डाल दीजिए साथ ही नमक, सौंफ पाउडर, अमचूर पाउडर, गरम मसाला, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर  और  हरा धनिया डालकर  सभी चीजों को अच्छे से मिलाते हुए मटर को 4-5 मिनिट भून लीजिए.

मसाले की नमी अच्छे से सूख गई है, कचौरी के लिए स्टफिंग बनकर तैयार है. स्टफिंग को प्याले में निकाल लीजिए और ठंडा होने दीजिए.

आटा सैट होकर तैयार है इसे थोडा़ सा ठीक कर लीजिए. आटे से छोटी छोटी लोईयां तोड़ लीजिए. कचौरियां तलने के लिये कढ़ाई में तेल डालकर गर्म कीजिये.

एक लोई उठाइये और हाथ पर रखकर उसे उंगलियों की सहायता से बड़ा कर, कटोरी जैसा बना लीजिये. आटे की इस कटोरी में 1 चम्मच स्टफिंग डाल दीजिये और आटे को चारों ओर से उठाकर स्टफिंग को अच्छी तरह बन्द कर दीजिये, कचौरी को हाथ से दबा कर थोडा़ सा बढा़ दीजिए. (आप चाहें तो इसे बेलन की मदद से भी बेल सकते हैं) कचौरी को प्लेट में रख दीजिए. इसी तरह से सारी कचौरियां भरकर तैयार कर लीजिये.

कचौरियां तलने के लिये तेल को मीडियम गर्म ही कीजिये और भरी हुई कचौरी को मीडियम गरम तेल में डाल दीजिये, जितनी कचौरी एक बार कढ़ाई में आ जाय उतनी कचौरी कढ़ाई में डाल दीजिये, और मीडियम धीमी आग पर तलिये, कचौरियां जब फूल कर तैरने लगे और नीचे की ओर से थोड़ी सिक जाय तब उन्हें पलट दीजिये, कचौरियों को पलट-पलट कर ग्रीनिश ब्राउन होने तक तल लीजिये. कचौरियों को प्लेट में निकाल कर रख लीजिये. सारी कचौरियां इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिये.

गरमा गरम हरियाली कचौरी को हरे धनिये की चटनी, टमौटो सॉस या अपनी मनपसंद चटनी के साथ परोसिये और खाइये.

सुझाव

कचौरियों के लिये आटा नरम लगायें.
कचौरियों को भरते समय पिठ्ठी को अच्छी तरह आटे से बन्द करें कचौरियां फटनी नहीं चाहिये.
कचौरियों को तलते समय धीमी या मीडियम गैस पर तलें. कचौरियां एकदम खस्ता और बहुत अच्छी बनकर तैयार होंगी.
स्टफिंग भूनने के लिए नॉन स्टिक कढा़ई का उपयोग ज्यादा बेहतर होता है, इससे स्टफिंग कढा़ई में नहीं चिपकती
स्टफिंग को अच्छे से भून कर इसकी नमी समाप्त कर दीजिए अगर स्टफिंग में नमी रह गई तो कचौरी बाद में खस्ता कुरकुरी रहने के बजाय नरम हो जाती है.
10-12 कचौरी बनाने के लिये
समय - 50 मिनिट

No comments:

Post a Comment